देह के शिकारी हम है दैत्य देह धारी हम है देह के शिकारी, देह के शिकारी.... जिस माँ ने देके अपना दूध हमको सींचा उसी माँ का आज हमने आँचल है खींचा क्रूरता लज्जित है देख वासना हमारी देह के शिकारी हम है दैत्य देह धारी हम है देह के शिकारी, देह के शिकारी.... रक्षा का वचन लिया था बांध करके धागा उस बहन को कर दिया है हमने ही अभागा काम मे अंधे हुए, गई ज्योति हमारी देह के शिकारी हम है दैत्य देह धारी हम है देह के शिकारी देह के शिकारी.... जो बेटियाँ कहती थी दुनिया पिता है हमारी उस पिता ने आज उनकी दुनिया उजाड़ी पार कर दी आज हमने सीमाएं सारी देह के शिकारी हम है दैत्य देह धारी हम है देह के शिकारी देह के शिकारी.... ~ प्रणव पाराशर देह के शिकारी...