तेरे साथ भी वक़्त बिताना पड़ा, प्यार किया था निभाना पड़ा, तू अगर प्यार से कहती तो हार जाते हम, तेरे हाथ में ख़ंजर देखा तो ख़ंजर उठाना पड़ा। यूँ तो मंजूर ना था तेरी आँख में अश्क का कतरा देखूँ, तूने मजबूर कर दिया तुझे रुलाना पड़ा। #sadpoetry #lovepoetry