तूझसे ही तो जीवन का सार है, तू है तो हर खुशी अपनी है, तू है तो जिंदगी अपनी है, तू है तो शमसान भी महफिल है, तू नहीं तो महफिल भी शमशान है, तू है तो कोई गम छू नहीं सकता, तू नहीं तो हर हंसी भी गम समान है, तेरे होने से मैं हूँ मेरे होने से तू है, ये ही तो दुनिया में सच्चा प्यार है, #अंकित सारस्वत# #December #tumerayaarhai