इस लालफीताशाही ही कहा जाएगा कि उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी शासन को लगातार पत्र भेज रहे हैं कि उनके स्टोर पर 3109 रिमाइंडर से एक्शन रखे हुए हैं उनका अब कोई प्रयोग नहीं रह गया इसलिए उन्होंने वापस मान लिया जाए लेकिन अधिकारियों ने इसका एक बार भी संघ एक नहीं किया और उनमें से साफ सुथरा जी इंजेक्शन एक्सपायर हो गए जाहिर है कि शासन के अधिकारियों ने इस गंभीर विषय नहीं माना फिर फाइल कही दबा दी अगर यह इंजेक्शन वापस मंगाकर उन अस्पतालों को दिए दिए जाते होते तो रिमाइंडर सीवर की जरूरत पड़ती तो सरकार को धमकी बचाते ही कई लोगों की जान बच जाती कुवैत की दूसरी लहर में देवेंद्र सेवर इंजेक्शन को लेकर कितना हाहाकार मचा था लोग इसे आज भी भूल नहीं पाए दवा की कालाबाजारी करने वालों ने 25000 से 100000 तक में बेचा था यह व्यवस्था और कार्य के प्रति संवेदनशीलता का मामला है यह पहला अवसर नहीं है जब कि किसी जेल में रिमाइंडर इंजेक्शन का एक्सपायर हो जाने की खबर आई हो पूर्व में भी ऐसी खबर आती रही है इस पर गंभीर से नहीं लिया गया ©Ek villain #अव्यवस्था का उदाहरण #roseday