ख्वाहिशें बहुत हैं दिल में मेरे, समेट कर उन्हें कर दिया दफन। मुश्किल लग रही है आसां सा मंजिल, दिल में जिन्हें किया था जतन। आज ये कैसी मुश्किल घरी आ गई, जिसमें डोल रहा है पल पल मेरा मन। ढूंढता फिरता हूं मैं अब, कोने कोने में शांत शीतल कफ़न। #मन_उदास #जतन #यादगार_दिन