#बचपन_की_यादें
कहां खो गया बचपन प्यारा, कहां खो गई मस्ती।
बस्ता लेकर स्कूल जाने से लेकर कालेज वाली हस्ती।
कभी न खत्म होने वाली हो ढेर सारी बातें
पेपर के बाद रिजल्ट का इंतजार करते कटतीं वो लंबी रातें।
ठहर सी क्यों गई है ये जिंदगी,
रात और दिन के बीच पिस्ती ये जिंदगी।
कहां गए वह कभी ना रुकने वाले ठहाके, रूठ कर मां बाबा से कहना दिल की बातें। #kukku2004