वो स्त्री है कुछ भी कर सकती है,उसको देवी मान पूजा नौ दिन अब क्या ही हाल होगा उसका, बाकी के सौ दिन अरे आसिफा, ट्विंकल, निर्भया भी तो देवी का ही रूप थीं तो फिर क्यों अत्याचार हुए उन पर,क्या वो देवी कुरूप थीं? अरे समाज के ओ धीर पुरुषों, पहले खुद को इंसान बनाओ फिर जाकर तुम दशहरा का सबको पाठ पढ़ाओ अरे गर सही हैँ सब समाज में तो फिर क्यों इक माँ भूखी रखी जाती है तो फिर क्यों इक अधेड़ महिला भिखारी बन जाती है इतने साल से रावण फूंके, फिर भी कुछ समझ ना पाए अपने अंदर की ही बुराई पर घूम रहे इतराये जो कर रहा है जुल्म यहाँ वो भी पापी, देखने वाले भी इस जुल्म के हिस्सेदार हैँ तुम प्रत्यक्ष रूप से पापी हो , हम अप्रत्यक्ष रूप से भागीदार हैँ जिस दिन सुनने वाले देखने वालों में,जागरूकता आ जाएगी उस दिन सही मायनों में सर्वथा अच्छाई पायी जाएगी #mr_1 #vairagi #nojoto #life #dussehra #acchai करिश्मा राठौर