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written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat उस देखकर मैने ह

written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
उस देखकर मैने होश खो दिया, क्या पता था मैने क्या के दिया,
कुछ ऐसा करते एहसास हुआ करता, पुरानी यादों के सहारे बहुत अच्छा लगता ,तलाश कर रही थी हमसफ़र जुड़ते चले जाते,जोश में होश उड़ ना जाते। बस ख़ुद को वीराने में बेवक्त मोहब्बत में जलने लगी।
वीरान जगह पर पैर रखकर खुद को ही कोसने लगी।
फिर भरोसा दिलाया ख़ुद को सुलझाने लगती अपनी आंखो में आंसुओ कि परछाई थी। पूरी दुनियां में ये कहानी पुरानी थी।पर ये दर्द मेरा शायद फिर ताज़ा हुआ। पुरानी यादें सिसकियां भरने लगी। कमियां बेचैनिया हसीं ठहाके सितम सिमटने लगी। मेरे दिल में दबे एहसासों को अग्नि फिर सात फेरो के वचन आहे भरने लगे थे। बस होश खो रही थी।अपना आपा खो रही थी।ये भी सच था वो सामने था पर मेरा नहीं था,वो कौन सा पल था बस यूं रिश्तों में रिश्तों की निशानी मांगी थी।अब माफ़ी भी काफ़ी नहीं थी।बस ख़त्म हुए एहसानों का एहसास हुआ। अभरती सासों के साथ सब तार तार हुआ। #Hosh_khona #Nojoto #Deepthoughts #Feelings  #Hurt #Hopeless 
written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
उस देखकर मैने होश खो दिया, क्या पता था मैने क्या के दिया,
कुछ ऐसा करते एहसास हुआ करता, पुरानी यादों के सहारे बहुत अच्छा लगता ,तलाश कर रही थी हमसफ़र जुड़ते चले जाते,जोश में होश उड़ ना जाते। बस ख़ुद को वीराने में बेवक्त मोहब्बत में जलने लगी।
वीरान जगह पर पैर रखकर खुद को ही कोसने लगी।
फिर भरोसा दिलाया ख़ुद को सुलझाने लगती अपनी आंखो में आंसुओ कि परछाई थी। पूरी दुनियां में ये कहानी पुरानी थी।पर ये दर्द मे
written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
उस देखकर मैने होश खो दिया, क्या पता था मैने क्या के दिया,
कुछ ऐसा करते एहसास हुआ करता, पुरानी यादों के सहारे बहुत अच्छा लगता ,तलाश कर रही थी हमसफ़र जुड़ते चले जाते,जोश में होश उड़ ना जाते। बस ख़ुद को वीराने में बेवक्त मोहब्बत में जलने लगी।
वीरान जगह पर पैर रखकर खुद को ही कोसने लगी।
फिर भरोसा दिलाया ख़ुद को सुलझाने लगती अपनी आंखो में आंसुओ कि परछाई थी। पूरी दुनियां में ये कहानी पुरानी थी।पर ये दर्द मेरा शायद फिर ताज़ा हुआ। पुरानी यादें सिसकियां भरने लगी। कमियां बेचैनिया हसीं ठहाके सितम सिमटने लगी। मेरे दिल में दबे एहसासों को अग्नि फिर सात फेरो के वचन आहे भरने लगे थे। बस होश खो रही थी।अपना आपा खो रही थी।ये भी सच था वो सामने था पर मेरा नहीं था,वो कौन सा पल था बस यूं रिश्तों में रिश्तों की निशानी मांगी थी।अब माफ़ी भी काफ़ी नहीं थी।बस ख़त्म हुए एहसानों का एहसास हुआ। अभरती सासों के साथ सब तार तार हुआ। #Hosh_khona #Nojoto #Deepthoughts #Feelings  #Hurt #Hopeless 
written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
उस देखकर मैने होश खो दिया, क्या पता था मैने क्या के दिया,
कुछ ऐसा करते एहसास हुआ करता, पुरानी यादों के सहारे बहुत अच्छा लगता ,तलाश कर रही थी हमसफ़र जुड़ते चले जाते,जोश में होश उड़ ना जाते। बस ख़ुद को वीराने में बेवक्त मोहब्बत में जलने लगी।
वीरान जगह पर पैर रखकर खुद को ही कोसने लगी।
फिर भरोसा दिलाया ख़ुद को सुलझाने लगती अपनी आंखो में आंसुओ कि परछाई थी। पूरी दुनियां में ये कहानी पुरानी थी।पर ये दर्द मे