मै तुझे याद करू तुझे हिचकिया आती काश ऐसा होता तू रातों को करवटे लेती और मै चैन से सौता तू करती वफ़ा मुझसे और मै बेवफा होता तू तरसती मेरी बाहों को मै तकिया लेके सौता काश तेरा मेरा इश्क़ ऐसा होता तू मनाती मुझे बार बार जब मै तुझसे खफा होता तेरा अरमान कर बैठा था तुझे अपना समझ बैठा था मेरे बारे में अगर तूने किसी और से सुना ना होता लिख लिख कर तेरे बारे में अरमान आज इतना बुरा ना होता #अरमान काश ऐसा होता........