अपनों से मिलन यूहीं 'अक्सर 'हो जाते हैं गिले शिकवे गम़ खुशियों तले खो जाते हैं रिश्तों की डोर बाँधे रखती हमें अपनों से कभी हकीकत तो कभी दीदार सपनों से ©अनुषी का पिटारा.. #SunSet #शुभ_रात्रि