वीर भोग्या वसुंधरा का कण-कण पावन चंदन है, सुनकर जिसकी सिंह गर्जना दुश्मन करता क्रंदन है, जिसकी सेना का हर सैनिक वीर है दुष्ट निकंदन है, भारत का हर लाल धन्य है कोटि-कोटि अभिनंदन है। - देवेश द्विवेदी "देवेश" #Abhinandan#hai#वीर भोग्या वसुंधरा का कण-कण पावन चंदन है, सुनकर जिसकी सिंह गर्जना दुश्मन करता क्रंदन है, जिसकी सेना का हर सैनिक वीर है दुष्ट निकंदन है, भारत का हर लाल धन्य है कोटि-कोटि अभिनंदन है। - देवेश द्विवेदी "देवेश #अभिनन्दन#है#nojoto#hindi#poetry#by#Devesh#Dwivedi#Devesh# वीर भोग्या वसुंधरा का कण-कण पावन चंदन है, सुनकर जिसकी सिंह गर्जना दुश्मन करता क्रंदन है,