क्या हुआ इस दुनिया को क्या हुआ हम सब की इंसानियत को ज़मीर सबके मर चुके है बन गया इंसान आज हैवान धर्म के नाम पर क्यों हो रहे इस देश में बलत्कार उस बदनुमा वख्त के बारे में सोच कर रूह मेरी दहल जाती है कितनी तड़फही थी मैं कितनी चिलाई थी मैं ना सुना न देखा उन हैवानो ने मेरी आत्मा को आज इस दुनिया से चली गयी हूँ मैं बस तुम इतनी सी दुआ करना उस आल्हा से उस रब से के कभी तो मेरी रूह को इंसाफ मिले बस इंसाफ मिले मेरी आत्मा को जैसे हुआ मेरे साथ ना हो कभी किसी बेटी बहन और किसी की मां के साथ बस दुआ यही करना मेरी आत्मा को मेरी रूह को कभी तो मिले इंसाफ क्या हुआ इस दुनिया को क्या हुआ हम सब की इंसानियत को ज़मीर सबके मर चुके है बन गया इंसान आज हैवान धर्म के नाम पर क्यों हो रहे इस देश में बलत्कार उस बदनुमा वख्त के बारे में सोच कर रूह मेरी दहल जाती है