यहीं तक ही तो था बस सफर हमारा आगे दो धार पर अलग अलग किनारा एक पार तुम चले जाओगे एक पार हम बीच में मझधार और फिर समंदर सारा चलो अब कह ही दो अलविदा गर कहना हो यूं तेरी बेरुखी से अब न होगा हमसे गुजारा #रूप_की_गलियाँ #सुभप्रभात #रातकाअफ़साना #rs_rupendra05 #अलविदा #किनारा #बेरुखी #yqdidi