जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो जरुरी तो नहीं हम जिसके हैं वो हमारा हो कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती है जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो ©Neeraj Kushwaha Kismat Kismat