*आओ अपने महापुरुषों को जाने* *सम्राट पृथ्वीराज चौहान* *✍️ 〰️〰️🌼〰️🌼〰️🌼〰️〰️ पुरा नाम :- पृथ्वीराज चौहान अन्य नाम :- राय पिथौरा माता/पिता :- राजा सोमेश्वर चौहान/कमलादेवी पत्नी :- संयोगिता जन्म :- 1149 ई. राज्याभिषेक :- 1169 ई. मृत्यु :- 1192 ई. राजधानी :- दिल्ली, अजमेर वंश :- चौहान (राजपूत) आज की पिढी इनकी वीर गाथाओ के बारे मे.. बहुत कम जानती है..!! तो आइए जानते है.. सम्राट पृथ्वीराज चौहान से जुडा इतिहास एवं रोचक तथ्य,,, ''(1) प्रथ्वीराज चौहान ने 12 वर्ष की उम्र मे बिना किसी हथियार के खुंखार जंगली शेर का जबड़ा फाड़ ड़ाला था । (2) पृथ्वीराज चौहान ने 16 वर्ष की आयु मे ही महाबली नाहरराय को युद्ध मे हराकर माड़वकर पर विजय प्राप्त की थी। (3) पृथ्वीराज चौहान ने तलवार के एक वार से जंगली हाथी का सिर धड़ से अलग कर दिया था । (4) महान सम्राट प्रथ्वीराज चौहान कि तलवार अत्यधिक वजनदार थी और उसे वे एक हाथ से सहजतापूर्वक चलाते थे ..सुनने पर विश्वास नहीं हुआ होगा किंतु यह सत्य है.. (5) सम्राट पृथ्वीराज चौहान अनेक अभेद्य व्यूहरचनाओं जानते थे। (6) महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान का राज्याभिषेक मात्र 20 वर्ष की अल्पायु में हुआ । (8) प्रथ्वीराज चौहान 1166 ई. मे अजमेर की गद्दी पर बैठे और तीन वर्ष के बाद यानि 1169 मे दिल्ली के सिंहासन पर बैठकर पूरे हिन्दुस्तान पर राज किया। (9) सम्राट पृथ्वीराज चौहान का विवाह संयोगिता के साथ हुआ। (10) पृथ्वीराज चौहान ने महमुद गौरी को 16 बार युद्ध मे हराकर जीवन दान दिया था.. और 16 बार कुरान की कसम खिलवाई थी । (11) गौरी ने 17 वी बार मे चौहान को धौके से बंदी बनाया और अपने देश ले जाकर चौहान की दोनो आँखे फोड दी थी । उसके बाद भी राजदरबार मे पृथ्वीराज चौहान ने अपना मस्तक नहीं झुकाया था। (12) महमूद गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनाकर अनेको प्रकार की पीड़ा दी थी और लंबे समय तक भूखा रखा था.. फिर भी सम्राट की मृत्यु न हुई थी । (13) सम्राट पृथ्वीराज चौहान की सबसे बड़ी विशेषता यह थी उन्हें शब्द भेदी बाण की कला ज्ञात थी। जो की अयोध्या नरेश "राजा दशरथ" के बाद.. के बाद कतिपय उन्हें ही हस्तगत हुई थी। (14) पृथ्वीराज चौहान ने महमुद गौरी को उसी के भरे दरबार मे शब्द भेदी बाण से मारा था । गौरी को मारने के बाद भी वह दुश्मन के हाथो नहीं मरे.. अर्थार्त अपने मित्र चन्द्रबरदाई के हाथो मरे, दोनो ने एक दुसरे को कटार घोंप कर मार लिया.. क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था । दुख होता है ये सोचकर कि वामपंथीयो ने इतिहास की पुस्तकों में टीपुसुल्तान, बाबर, औरँगजेब, अकबर जैसे हत्यारो के महिमामण्डन से भर दिया और पृथ्वीराज जैसे योद्धाओ को नई पीढ़ी को पढ़ने नही दिया बल्कि इतिहास छुपा दिया गया.... ©ब्यूरोक्रेट्स मध्य्प्रदेश #MemeBanao सम्राट पृथ्वीराज जीवन परिचय