मोहब्बत जाने क्यों पराई दी उसने उम्मीद भर के फिर तनहाई दी उसने सब दस्तूरी किताबें जब झूठ हो गईं बेईमान फरिश्तों की दुहाई दी उसने #पराई #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #हिंदीशायरियां #vatsapoet #hindishayari