......Asort World..... बीच में हूं...अभी,,,,मंजिल तक पहुंचने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी....शायद लहरे भी बहुत आएंगी...शायद सुनामी भी आए...लेकिन जब ठान लिया है पहुंचने का..तो चाहे दुनिया साथ छोड़ दे...लेकिन अब पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता..क्योंकी Asort भी बोल रहा कि तू पतवार चला पीछे से मै हूं...तेरे Career के लिए.. देव शंखधर ( सागर) Asort motivation..Sagar Shankhdhar