कभी-कभी ऐसा अनुभूत हो कि विकसन हुआ मनुज का दुर्भाग्यवश विकारी इतना भीषण भयकारी दुर्दांत कदापि न था वो कुंभीनस। अभीक आततायी आसन्न आजकल धर्मस्थल ... कि बलात भंजन करते आजकल निर्मल आँचल !!:) दुःखद 😔 😷 ©RAVINANDAN Tiwari #हल्के_कलम #बदायूं #Nojotohindi #Nojoto #nojotowriters #NojotoWriter