महान व्यक्तित्व वाले महन्त श्री के सब्द है । कोसिस की है कुछ पंक्तियों में लिखने की ये पैसे तेरे पीछे सब लगे है क्या तेरी किमत है क्या चीज है तू कलाल के रक्त भरे हाथों में रहता है । कसाई तुझे अपनी उंगलियो पे थूक लगा के गिनता है तू क्या चीज है क्या तेरी किमत है तू आता है ब्राह्मण के घर वो भी कसाई की तरह गिनता है रखता है तू क्या चीज है सबका धर्म तू बन गया है अपना सब भूल गए है विनाश होना ही है तू क्या चीज है -तू विनाश है तेरी क्या किमत है - धरती पे कोई जीव न बचे में अकेला हवा में उड़ता फिरू आज सब की जेब तिजोरी में कैद हु lalitpurohit28 सब्द मेरे नही है इनको एक कविता में रूप देने की कोसिस की है 👣👣👣👣👣 #NojotoQuote comment and like reply