यह जो रंगीन मुखौटा टांग रखे हो, मुह में राम बगल में छुरी क्खुलेआम रखे हो, तुम दोजक का डर दिखा अपना दुकान चलते हो, अकेले में हर एब पे अपने खूब हस्ते हो और मुस्कुराते हो, तुम अकेले में हर गुनाहो को अपना हुनर बताते हो, तुम अकेले में हर गुनाहो को अपना हुनर बताते हो। #patna