तुम्हारे साथ जिया हर कदम,जैसे जन्नत की सैर हरदम, क्या मांगू रब से,बस हरपल मेरे साथ रहे बन तू मेरा हमदम| तुम्हारे संग ही जीना,तुम्हारे संग ही मरना ओ सनम, यूँही आँखरी साँस तक तुम्हारा साथ मिले हर कदम| थामे हाथ यूँही चलते रहे दोनो,साथ रखे हर कदम, अब तुम्हारे ही साथ मेरे जीवन की डोर ओ सनम| Challenge -33... #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तुम्हारे_साथ_जिया_हर_कदम 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईनों में और 62 शब्दों में लिखे । 👔- सभी लेखक ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल सुबह 9 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- दिशा निर्देश के हिसाब से कोलब करें । 👔- धन्यवाद ।