वक़्त का पहरा था दर्द वो गहरा था समझेगा जमाना क्या कभी दलदल में तैरा था समुंदर का आलय मैं लावा का कायल मैं जंगली शेरो से घायल मैं देख कौन खड़ा , जैसे हिमालय मैं बातों में ना कोई बात हें दहाड़ोगे तभी , जंगल देता ये साथ हें गीदड़ों में हलचल हें सोचते घायल का , होगा शिकार अब विपरीत बुद्धि , होगा काल का वार अब बब्बर के नाखूनों में लग चुकि हें धार अब #rapmusic #ghayalsher #bounceback #nojotohaldwani #nojoto #poetry #lifequotes #shayari #life #karma #power #jnv #jnvians