ना भूल सकूंगा उम्र भर, ऐसे भी कुछ जख्म दिए मैं मुस्कुराया था जिनमें, खुशी के लम्हे कम दिए पर इतना बदलेगा सबकुछ, ना ऐसी थी उम्मीद कोई.. इस साल से क्या उम्मीद रखूं, उस साल ने इतने गम दिए demotivate😊