कभी एक गलती हम बार-बार कर रहे थे, किसी पर कुछ ज्यादा ही एतबार कर रहे थे, जानते थे कि सब फरेब है, किसी उम्मीद में उसकी हां में हां भर रहे थे, इम्तिहान का परिणाम तो कुछ और ही आया, शायद मुझे अंदेशा था, पर इसकी उम्मीद ना कर रहे थे, खुद की याद बहुत आती है अब, क्यों हम ना चाहते हुए खुद को बदल रहे थे। #second quote