जिस दर पे सर ना झुके, वो दरबार कैसा. जहां अपनो का दर्द ना दिखे , वो परिवार कैसा. सुनो ना जिस दर पे.✍️✍️ ©Chetna Singh यत्र नारि आज की आवाज बिहार (कविता) जिस दर पे.✍️✍️ #myfeeligs #mythoughts #myquotes #sadquotes #chetnasingh #Nojoto