बोहत याद आती है माँ 'तेरी, और ये दुःख अकेले मे बाट रहा हू मे, अब तेरे बिना एक मिनिट भी एक साल जैसे काट रहा हू मे... #माँ की याद# ©ganesh shinde #घर से दूर