बाद मुद्दत उसे देखा यारो वो ज़रा सा भी नहीं बदला यारो खुश न था शायद मुझ से बिछड़ कर वो भी उस के चहरे पे लिखा था यारो उस की आँखे भी कह रही थीं कुछ कि रात भर वो भी न सोया यारो अजनबी बन के बो जो गुज़रा था कभी किसी वक़्त यारो खैर छोड़ो यहां कौन किस का है उस ने दुश्मन भी न समझा यारो रात भर वो दर्द मेरे दिल में उठा मेरे सुबह तक चैन न आया यारो इमरान #shayri #immy