राज़ मुझमे दफ़न किये थे इक रात जो किसी शख्स ने...बोझिल सी उन आंखों से...रुंधी रुंधी सी आवाज़ में...कुछ गहरे से नशे में कई जाम के... वो महफूज़ रहेंगे ताउम्र मेरे ज़हन के गलियारे में... बस आ आकर मिलते रहेंगे मुझसे आहाट पर उसकी यादों भरी हर शाम के!! #याद #राज़ #दफ़न #गलियारे #yqquotes #yqbaba #yqhindi #yqtales