मस्तिष्क के भीतर है विचारों की कलह कहीं दिल में हैं दर्द भी पर आंखों से प्रलय नहीं प्रतीक्षा की राह देखे मंजिल आंखें बिछाए तेरी यह वक्त कुछ करने का है अब विश्राम का समय नहीं सुप्रभात। यह समय विश्राम का नहीं रहा, समय बदल चुका है, उठो पुरुषार्थ करो। #विश्राम #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भुवनेश #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqbhaijan