वो मुझसे सभी गलतीयां छुपाकर, खुद को ही चालाक समझते रहे, मैंने सब कुछ जानते हुए भी, उनको कुछ भी नहीं बताया, "गुमनाम जसी" #Dildigal OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) Neetu_SharmA_POET✒