गुजरता सा ये लम्हा, मेरी आवाज़ें लिखता है.! किसी एक की नहीं, सितम-ऐ -कायनात की , फरियादें लिखता है.. !! ऐ खुदा.... कितना और देख लेगा तू , तड़पते उनको,, अब तो सुन ले उनकी भी, जो अपनों की यादें लिखता है... !!! ... dharma #सुन ले 🙏