अपने अरमानों को कुछ इस तरह सजाबेगे,,,,छोड़ देगे तेरी गली कोई और गली जाबेगे,,,,कब तक फिरे तेरी गलियों में कहते हाय नी मेरी मोटो,,अब तू साइड हट हम पतली बाली पटाबेगै,,,,, ©sasisya vidrohi moto song spesal कामेडी