Nojoto: Largest Storytelling Platform

बड़े उदास लग हो ,कुछ बताओ ना आंखो मे नमी क्यों है,

बड़े उदास लग हो ,कुछ बताओ ना
आंखो मे नमी क्यों है, कुछ तो जाताओ ना
हार  आये हो  क्या ! अपनी जिंदगी तुम,
बहुत परेशान हो ,बैठो पास ,आजाओ ना

तसल्ली से बताओं जो बीत रही तुम पर
 हम गैर तो नहीं कोई , तो छुपाओ ना
ढूंढे ना मिलेगा जो बाट दे गम तुम्हारे 
बदल गया है जमाना, मेरे दोस्त अब समझाओ ना

बिक गये सब जज़्बात ज़िन्दगी के 
कुछ नहीं शर्म इनको, पुरानी बातें भूल जाओ ना
भर जाएं जो  पुराने ज़ख्म तब
फिर अगर नए बने तो खुद मरहम लगाओ ना
पास कब्र के ही बैठे ,ना जाने कब यही आना पडे!
जब तलक है ज़िन्दगी मौज मनाओ ना

©SANAM.Raj
  # खुद ही मरहम
rajteredilk8786

SANAM.Raj

New Creator

# खुद ही मरहम #कविता

304 Views