निगाहों पर ख्वावों का भार होना चाहिए, होंठों को मुस्कान का तलबगार होना चाहिए, होनी चाहिए ज़िद बेबाक परवाज़ी की, सब के हिस्से एक टुकड़ा आसमां होना चाहिए। ©muskan yadav Please do like comment and share🤗❤️ . . #immatureink #thoughtoftheday #khayal #alfaaz #jazbaat #word #shayri #poetrycommunity #quotes #lovequotes