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किसी भी स्याही से लिख दो कुछ यादें तो सदा.... हृद

किसी भी स्याही से लिख दो 
कुछ यादें तो सदा....
हृदय में हरी ही रहती है।

🪔अप्पो दीपो भव:🪔

बुद्धम् शरणं गच्छामि!.
धम्म शरणं गच्छामि !!..
संघम् शरणं गच्छामि !!!.
 🙏🏻🕯️🪔नमो बुद्धाय🪔🕯️🙏🏻

©Anil Ray 🌟🌟निज दीपक स्वयं बनो🌟🌟

🌟 ईश्वर होना आसान है लेकिन बुद्ध होना कठिन। बुद्ध पूजा नहीं है, इबादत भी नहीं है, बुद्ध मूर्ति नहीं है, स्तूप भी नहीं है, बुद्ध ना तो हीनयान में है और ना ही महायान में, बुद्ध अवतार भी नहीं है, ईश्वर भी नहीं है, बुद्ध को बुद्ध की धरती ने ही खारिज किया,बुद्ध केवल और केवल तार्किक बुद्धि को आश्रय देने वाला देह है। एक ऐसा देह जिसमें अष्टागिंक ( आठ) मार्ग है और केवल चार सत्य।

🌟 खुद की खोज में लग जाना, सच जैसा भी हो स्वीकार करना, तर्क को धार देना, अंधविश्वास को ठोकर मारना, रूढ़िवादी सोच को खत्म करना और कल्पनाओं को त्याग कर वास्तविकताओं को गले लगाना, बुद्ध तो इसी में है, बोधगया में सिर्फ यादें हैं,बुद्ध तो दिनचर्या है। 

🌟 बुद्ध ईश्वर को नहीं मानते अतः बुद्ध को ईश्वर ना बनाये। बुद्ध तो बुद्ध थे, उसे किसी सीमा अथवा परिधि में बांधना गलत है, बुद्ध त्यागी थे और आजाद भी, बुद्ध इंसान थे और केवल इंसान ही थे, कटु सच कहने की दिलचस्प कला के कलाकार थे बुद्ध, बुद्ध प्रकाश का पर्याय हैं। बुद्ध ज्ञान का प्रतीक है। बुद्ध एक वैज्ञानिक सोच है।
किसी भी स्याही से लिख दो 
कुछ यादें तो सदा....
हृदय में हरी ही रहती है।

🪔अप्पो दीपो भव:🪔

बुद्धम् शरणं गच्छामि!.
धम्म शरणं गच्छामि !!..
संघम् शरणं गच्छामि !!!.
 🙏🏻🕯️🪔नमो बुद्धाय🪔🕯️🙏🏻

©Anil Ray 🌟🌟निज दीपक स्वयं बनो🌟🌟

🌟 ईश्वर होना आसान है लेकिन बुद्ध होना कठिन। बुद्ध पूजा नहीं है, इबादत भी नहीं है, बुद्ध मूर्ति नहीं है, स्तूप भी नहीं है, बुद्ध ना तो हीनयान में है और ना ही महायान में, बुद्ध अवतार भी नहीं है, ईश्वर भी नहीं है, बुद्ध को बुद्ध की धरती ने ही खारिज किया,बुद्ध केवल और केवल तार्किक बुद्धि को आश्रय देने वाला देह है। एक ऐसा देह जिसमें अष्टागिंक ( आठ) मार्ग है और केवल चार सत्य।

🌟 खुद की खोज में लग जाना, सच जैसा भी हो स्वीकार करना, तर्क को धार देना, अंधविश्वास को ठोकर मारना, रूढ़िवादी सोच को खत्म करना और कल्पनाओं को त्याग कर वास्तविकताओं को गले लगाना, बुद्ध तो इसी में है, बोधगया में सिर्फ यादें हैं,बुद्ध तो दिनचर्या है। 

🌟 बुद्ध ईश्वर को नहीं मानते अतः बुद्ध को ईश्वर ना बनाये। बुद्ध तो बुद्ध थे, उसे किसी सीमा अथवा परिधि में बांधना गलत है, बुद्ध त्यागी थे और आजाद भी, बुद्ध इंसान थे और केवल इंसान ही थे, कटु सच कहने की दिलचस्प कला के कलाकार थे बुद्ध, बुद्ध प्रकाश का पर्याय हैं। बुद्ध ज्ञान का प्रतीक है। बुद्ध एक वैज्ञानिक सोच है।
anilray3605

Anil Ray

Bronze Star
Growing Creator