वो एक लेखक है, मैंने देखा है उसे सड़कों से रूठा हुआ, बिस्तर पर टूटा हुआ और चूर चूर जीता हुआ। अकेला सफर आसान है और वो जो पीछे छूटा कब्रिस्तान है इसी से जिंदगी महान है। जरूरतें उसका गला घोंट रही हैं, शौक उसके कदम रोक रही हैं। कुछ डर हैं कुछ नोंचे गए पर हैं कुछ लोग उसे समझाने को तत्पर हैं। लोग आशा करते हैं वो घुंटता घुंटता मर जायेगा फिर वहाँ एक मंदिर बनेगा जिसमें एक भूखा देवता होगा कुछ खूबसूरत दासियाँ होंगी और रोज एक आरती होगी 'अगर कोई हो सकी तो मेरी माँ माँ भारती होगी।' #माँ #भारती www.harshranjan.com Amazon.com/author/harshranjan #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqquotes #yqchallenge #collab