इन्ही बेंचो पर बैठ कर तुम्हें देखता हूँ मेरी एक तरफ़ा मोह्हबत के हक़ से, फिर तुम्हे तुमारे दिलबर के साथ आता देख इन्हें खाली कर जाता हूँ। तुम मेरे नहीं हुए तो क्या हुआ जिसके हो उसके साथ हमेशा खुश रहो। मेरी एक तरफ़ा मोह्हबत के दम पर तुम्हे हर पल हर एक वक़्त मुकम्मल मोह्हबत की दुआए देखर जाता हूँ। @sandhyachandra Mr"Bk" #sad shayri # # #रोहित तिवारी #Soumya Jain# #Babita Kumari