अपने से बड़ो और बजुर्गो से बात करने का तरीका आपकी “तमीज” दर्शाता है . अपने से छोटों और अपने अनुजों से बात करने का तरीका आपकी “परवरिश ” दर्शाता है. अपने शब्दों में ताकत डालें , आवाज में नहीं क्योंकि बारिश से फूल उगते हैं, बाढ़ से नहीं