जय श्री राम । हे बजरंगबली हनुमान कृपा करो पवन पुत्र हनुमान कोरोना रूपी राक्षस का करो प्रभु संघार दुनिया में कहीं लक्ष्मण मूर्छित है अब की बार भगत फिर लगाये है प्रभु संजीवनी की आस लें आवो प्रभु संजीवनी पर्वत फिर एक बार कोरोना रूपी राक्षस का करो प्रभु संघार ।। हे बजरंगबली हनुमान कृपा करो पवन पुत्र हनुमान मेरी कलम से "नवल" कोरोना राक्षस संघार