Nojoto: Largest Storytelling Platform

भूख तो थी सिर्फ दो रोटी की तुम एक नेवाला देकर चले

भूख तो थी सिर्फ दो रोटी की
तुम एक नेवाला देकर चले गए
और यादों के कमरे में बंद करके
तुम तो ताला देकर चले गए 
सिसकियों में गुजरती है जिंदगी
तुम तो छाला देकर चले गए
और सोचा भी नहीं दुनियावीं तानें
तुम रश्मी माला देकर चले गए
फब्तियां कसते हैं लोग क्या करूं
तुम ऐसा प्याला देकर चले गए
क्यों आए जिंदगी में नासूर बन कर
तुम अश्के नाला देकर चले गए
अब तो बीच मझधार में जिन्दगी है
तुम "सूर्य "हवाला देकर चले गए

©R K Mishra " सूर्य "
  #रोटी  Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ Priyanka Dwivedi sana naaz खामोशी और दस्तक R. Mohani