Meri Diary #Vs❤❤ उद्गम हो या फिर अंत हो, ओ.... प्रेम पथिक तू निरन्त हो.... पी....ना जो अगर तेरे भाग्य में, तू हरि में लीन अत्यंत हो.... तू प्रयास में तत्पर रह समर्पण के, तू सम्मुख तो हो दर्पण के..... खुद को कर विलय हरि हर में, वे प्राप्त होंगे तुझे बिना तर्पण के..... वे प्राप्त होंगे तुझे बिना तर्पण के..... 🙏🏵जय जय श्री हरि🏵🙏 ✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ उद्गम हो या फिर अंत हो, ओ.... प्रेम पथिक तू निरन्त हो.... पी....ना जो अगर तेरे भाग्य में, तू हरि में लीन अत्यंत हो.... तू प्रयास में तत्पर रह समर्पण के, तू सम्मुख तो हो दर्पण के..... खुद को कर विलय हरि हर में,