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सर पर आंचल रख कर, वो रोज शाम को घर से निकला करती

सर पर आंचल रख कर, 
वो रोज शाम को घर से निकला करती है... 
हाथ में काले रंग का पर्स लेकर,
नजरें वो झुका कर चलती है... 
ज्यादा सजने-सवरने का शौक नहीं,
बस आँखो में सुरमा लगाती है... 
मोर्डन(Morden) रहना उसे पसंद नहीं है, 
अपनी सादगी से ही कयामत ढाती है... 
अक्सर, वो लबों से खामोश रह कर, 
नैनों से बोल जाती है... #290thquote
सर पर आंचल रख कर, 
वो रोज शाम को घर से निकला करती है... 
हाथ में काले रंग का पर्स लेकर,
नजरें वो झुका कर चलती है... 
ज्यादा सजने-सवरने का शौक नहीं,
बस आँखो में सुरमा लगाती है... 
मोर्डन(Morden) रहना उसे पसंद नहीं है, 
अपनी सादगी से ही कयामत ढाती है... 
अक्सर, वो लबों से खामोश रह कर, 
नैनों से बोल जाती है... #290thquote