Nojoto: Largest Storytelling Platform

दिल में ख्वाहिशों के मेले थे, अपनों के बीच फिर भी

दिल में ख्वाहिशों के मेले थे,
अपनों के बीच फिर भी 
हम इतने अकेले थे,
किसी का साथ न था
अपनों ने भी साथ न दिया,
जिन लोगों के साथ जी रहे थे
उनलोगों ने ही अहसास दिलाया
की मैं कितना बेबस हूं 
और फिर मुझे
  गमें तन्हाइयों से मिलाया।

©nita kumari
  #Zindagi 
#me
#you