क्या लिखू तुझपे कुछ शब्द ही नहीं है जीवन नहीं निरस है बस शब्द कम ही है जो भींच रहा खुद में उसको बता सकू खुद में जो घुट रहा है उसको जता सकू उस वक्त को बयां कर मैं खुद को वार दु मैं कह सकू, मैं कर सकू, बतला सकू उसे क्य़ा खो रहे है और क्या है पास में बस दौड़ रहे एक अन्धी तलाश में कुछ लिखने को है वक्त भी अब हमपे सोच लें बस शब्द ही नहीं है अल्फाज मौन है तुम ले चलो मुझे जहाँ तेरा ठौर है तुम ले चलो मुझे अपने सपनों के दौर में मन फिर उदास है बस तू ही पास है.......... #alfaaj#sabd#tumaurmai#meresabd