"तुम ठहर गए होते तो ऐसा ना होता," इस मंजिल को पाना इतना आसान ना होता। तुम साथ होते तो मैं इतना परेशान ना होता।। मैं तेरा शुक्रिया कैसे अदा करूं मेरे हमसफर। अगर तुम ठहर गये होते तो ऐसा ना होता।। राहे-मुहब्बत में तुमने क्यों रकीब समझा हमें। गर कोई और समझता तो मैं हैरान ना होता।। मुहब्बत करो, या न करो, जीना सबको होगा। सच्चे आशिक न होते तो श्मशान ना होता।। #ऐसानहोता # #