एक हम है जो रोज़-ओ-शब तेरे बेताब-ओ-दीदार है भलां हम से बेहतर तो तेरे घर के दर-ओ-दीवार है बेताब-ओ-दीदार = दर्शन के लिए व्याकुल _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "रोज़-ओ-शब" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial किया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।