मैं कृष्ण ही तुम हो और तुम ही मैं कृष्ण हूँ... बालक मौज में रहो...तुम मौज में रहोगे तो हमें भी रख पाओगे...HBD dear kanhaiyaa lal... Someday in Oct 2015--->Giriraj Govardhan--->bare feet--->21 km Parikarma--->And till then so many Parikarmas in inner circle of body n soul...Thanks Krishna... मैं कृष्ण ही तुम हो और तुम ही मैं कृष्ण हूँ... ये संसार में किसी का होना या ना होना क्या है!!! वो समय तो कभी था ही नहीं जब मैं या तुम नहीं थे या ये सब लोग नहीं थे और ना ही वो समय कभी होगा जब मैं नहीं रहूंगा या तुम नहीं रहोगे या ये सब लोग नहीं रहेंगे...हम थे भी हम हैं भी और हम रहेंगे भी...अंतर केवल इतना है कि मुझे अपने वो सारे जन्म याद है और तुम वो सब भूले हुए हो क्योंकि तुम केवल शरीर की बात करते हो और मैं आत्मा की जो अमरीश है. (KRISHNA IN GEETA)