"बुरा ना मानो होली है" ***************** Challenge -2 ( Holi Memories) अनुशीर्षक में पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 यह उस समय की बात है जब मैं विश्वविद्यालय, पालमपुर में अपनी स्थान कोत्तर की उपाधि के लिए पढ़ने जाया करती थी। मैं पंजाब से थी परंतु मेरा जन्म हिमाचल की हसीन वादियों में हुआ इसलिए मुझे पालनपुर में बड़ी आसानी मुझे चुन लिया गया। धीरे धीरे मेरे दोस्त बनते रहें। गहरी दोस्ती का एहसास मुझे तब होगा जब होली का त्योहार आया। मैं अपने कमरे में चुपचाप बैठी हुई थी आंखें मेरे दोस्तों ने मुझे कहा चलो मौज मस्ती करते हैं होली का त्यौहार मनाते हैं। पहले मैंने मना किया कि मुझे यह सब अच्छा नहीं लगता परंतु वह ना माने और मुझे जबर्दस्ती अपने साथ ले गए। जैसी भी उनके साथ मौज मस्ती में हो लिए मुझे मजा आने लगा। हम सब ने टोली बनाकर दूसरे हॉस्टल में वासियों को रंग लगाने की जूती बनाई। पहले तो हम डोली में 15 लोग थे बाद में हमारे टोली में दूसरे हॉस्टल के लोग भी शामिल हो गए और हमारा ग्रुप 30 लोगों का बन गया। सारे ग्रुप में सलाह बनाएं कि हम वाइस चांसलर को रंगने के लिए उनके घर जाएंगे। हमसे कुछ विद्यार्थी ऐसे थे जो वाइस चांसलर के प्रिय थे। अचंभे की बात तो तब हुई जब हम वाइस चांसलर के घर गए उन्होंने पहले से ही सारा प्रबंध करके रखा हुआ था जैसे उनको पता था कि हम लोग आने वाले हैं। उन्होंने रंग बिरंगे पानी से भरे हुए गुब्बारे रंग बिरंगा पानी थाली में सारे रंग के गुलाल को सजा के रखा हुआ था। यह सब ऐसे लग रहा था जैसे कोई फिल्म चल रही थी। वहां पर बाकी और अध्यापक भी आए हुए थे। यह सब कुछ हमारे लिए एक सरप्राइज प्लान था। हम सब दो यह देख कर हैरान हो गए और खुशी के मारे हमारा कोई ठिकाना नहीं था। फिर हम सब ने खूब मिलकर एक दूसरे को रंग लगाया मौज मस्ती की पानी की दीवारें देंगे और आखिर में हिंदी गानों पर नाच गाना भी हुआ। आखिर में वाइस चांसलर सर ने हमें गरम गरम जलेबी अभी खेल आई आर साथ में शक्कर से बनी ठंडाई भी पिलाई। जो की बहुत ही स्वादिष्ट थी। वह दिन ऐसा था जो हम कभी भी भूल ना पाए काश वो दिन फिर से आए और हम फिर से ऐसे मौज मस्ती करें। #theprompter #tpburanamanoholihai #yqtheprompter