आंखें बंद होने को आतुर काम की चिंता बहुत भयंकर फिर भी यह पीछा ना छोड़े जिधर जाओ बस साथ ही दौड़े जितना भागो उतना भगाए लेकिन फिर भी बाज ना आए तन थोड़ा जिद्दी हो जाए किसी काम को ना हाथ लगाए तत्परता उसकी बढ़ती जाए सुखचैन ना कही मिल पाए जब तक उसकी बात ना माने झपकी को आंखों में ना बसा लें दो मिनट की झपकी लगाएं मानो नज़ारा स्वर्ग का आए ©Anita Mishra #Art #Jhapki #nojoto2022 Dhyaan mira पूजा उदेशी Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"