जिन को सब में ऐब ही बस दिखाई देते हैं उनकी आँखों को कुछ यूँ हम तन्हाई देते हैं नज़रों को उनकी देते हैं इस तरह नज़राना जो हमें मर्ज़ देते हैं उन को हम दवाई देते हैं ©Sarita Malik Berwal #नज़राना